भगवान राम ने एक ही तीर से रावण को डाला था । परन्तु उसके शरीर में असंख्य छिद्र हो गए । लक्ष्मण ने राम जी से पूछा, भगवन् आपने एक तीर से रावण को मार डाला फिर असंख्य छिद्र कैसे हो गए ? इस पर श्री राम बोले, यह रावण के दुर्गुर्णों का परिणाम है अन्यथा न शस्त्र किसी को मारते हैं , न शत्रु किसी को मार सकता है ; अपितु मनुष्य का पतन उसके पापों से होता है।