फ्रांस के राजा हैनरी चतुर्थ एक दिन अपने अंगरक्षक के साथ घोड़े पर सवार होकर घूमने निकले । रास्ते में एक भिखारी ने राजा को अपनी टोपी उतार कर सलाम किया । जवाब में राजा ने भी अपनी टोपी उतार कर सलाम किया । अंगरक्षक ने कहा,'' क्षमा कीजिए, क्या यह ठीक है कि इतना बड़ा राजा अपनी टोपी उतार कर एक भिखारी को सलाम करें ?'' राजा ने कहा, ''भाई, अगर मैं सलाम न करता तो मेरा मन मुझे धिक्कारता की फ्रांस का राजा एक भिखारी के बराबर भी सभ्य नहीं है।''
1 टिप्पणी:
bahut badhiyaa prerak prasang likhaa hain aapne.
nischit roop se log prerit honge.
thanks.
www.chanderksoni.blogspot.com
एक टिप्पणी भेजें