रविवार, 30 मई 2010

आत्मविश्वास

नील नदी के युद्ध के दौरान ब्रिटिश सेना के सेनाध्यक्ष नेलसन थे । जंगी बेड़े के अनेक अधिकारियों की आंखों में निराशा व भय था । पर नेलसन अद्भुत आत्म विश्वास से भरे थे । सहसा बेड़े के कप्तान ने कहा, ''अगर हमारी जीत हो जाए तो दुनिया दंग रह जाएगी ।'' नेलसन ने गंभीर और दृढ़ स्वर में कहा,'' प्तान, हम जीतेंगे और अवश्य जीतेंगे ।'' सेनापति के इन शब्दों ने मंत्र-सा प्रभाव दिखाया और वे एक नए विश्वास, नए साहस से भर गए । फलस्वरूप उन की जीत हो गई ।

4 टिप्‍पणियां:

Udan Tashtari ने कहा…

आत्मविश्वास जगाना ही जीत की पहली सीढ़ी है.

चन्द्र कुमार सोनी ने कहा…

jeet hameshaa aatm-vishwaasi ki hi hoti hain.
bahut-umdaa seekh dene ke liye aabhaar.
WWW.CHANDERKSONI.BLOGSPOT.COM

Asha Joglekar ने कहा…

nam ke anukool aapka blog bahut hee prerana dayee hai aur aap kahaniyan bhee bilkul na suni na padhee aisee late hain badhaee.

A N Nanda ने कहा…

आत्मविश्वास स्पष्ट विचार से आता है. शुक्रिया